आशयघन रांगोळी
शायरी
शायरी
खुदा ये तेरी रहमत समझु की तेरा करम.....
भेजे जो तूने फरीश्ते वो मुझे मेरे यारों मे मिल जाते हैं
©️अंजली मीनानाथ धस्के
No comments:
Post a Comment
‹
›
Home
View web version
No comments:
Post a Comment